Thursday, November 13, 2008

मां को अनाथालय ??

आज ऐसे युवाओं की कमी नहीं है जो अपने स्वार्थ की पूर्ति कि लिए अपनी जननी को अनाथालय या सडक पर छोडने के लिये तय्यार हैं.  इस विषय पर दो महत्वपूर्ण आलेख माँ के पाठकों की नजर में लाना चाहता हूँ:

 

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4 comments:

पवन मिश्रा said...

ji, bilkul sahi.

seema gupta said...

" pdha tha kul ye artical, sach mey painful hai....."

Regards

रंजू भाटिया said...

बहुत दर्दनाक है यह

संगीता पुरी said...

क्‍या हमलोग अपने संस्‍कारों को भूलते जा रहे हैं ?