आज ना कोई मातृभाषा की इज्जत करता है ओर ना ही मातृभूमि तो ऎसा आदमी माँ की इज्जत भी क्या करेगा, इन्हे चाहिये पैसा जिस के लिये यह इन तीनो को भी बेच दे. आप से सहमत है जी
माँ का स्थान मानव जीवन में सर्वोन्नत है. लेकिन कई बार हम लोग माँओं के प्रति आदर दिखाना भूल जाते हैं. माँ (Maatashri.blogspot.com) एक सामूहिक चिट्ठा है जहां कोई भी चिट्ठाकार "मां" विषय के विभिन्न कोणों पर आलेख छाप सकता है. चिट्ठे पर यदि आप कुछ छापना चाहते हैं तो उसे Admin.Mataashri@gmail.com पर भेज दें. अपने बारे में भी जानकारी दें जिसे लेख के अंत में जोडा जा सके.
4 comments:
और हम लोग इन्ही की बेकद्री कर रहे है .
आज ना कोई मातृभाषा की इज्जत करता है ओर ना ही मातृभूमि तो ऎसा आदमी माँ की इज्जत भी क्या करेगा, इन्हे चाहिये पैसा जिस के लिये यह इन तीनो को भी बेच दे.
आप से सहमत है जी
बहुत बढ़िया प्रस्तुति ....
सहमत
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