Tuesday, February 24, 2009

माँ तुझे सलाम !

माँ !


जय हो !


तेरी संतानों ........तेरे बच्चों ने ,कला की दुनियाँ में तेरा नाम आसमानों पे लिख दिया ! दुनियाँ भर में सिर्फ़ तेरी ही जय हो रही है ! जय हो माता तेरी जय हो !


लेकिन तेरी ' आन ,बान ,शान, मान ' से से बढ़ कर क्या हो सकता है कोई भी सन्मान ? हो सकता है ?? तेरे बेटे ' रहमान 'ने तो कह भी दिया ..........कहा " मेरे पास माँ है ...........!


सच्चा बेटा तेरा ! सच्चा हिन्दोस्तानी ! और उसने तो न जाने कितने पहले गाकर गुंजाभी दिया था ..................


माँ तुझे सलाम .................! अम्मा तुझे सलाम ................! वंदे मातरम ........!


पूरे देश ने झूम के गाया था उसे उसके साथ । मैंने भी बड़े आनंद मन से गया था माते !


और आज, उसकी उस शानदार ऊँचाई को मेरा छोटा सा सलाम ...........तेरे नाम !


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जय हो.........जय हो..............जय हो !


जननी मेरी .................. तेरी जय हो !


माता मेरी ....................तेरी जय हो !



तेरी गोद रहे ................आँगन मेरा !


आँचल हो तेरा ............चाहत मेरी !


ममता से भरी ............आँखें तेरी,


माँ सब कुछ है ..............वरदान तेरा !


सौभाग्य मेरा .........अरमान मेरा !


सम्मान मेरा ।


काबा मेरी ......काशी मेरी ..........


ईमान मेरा ............भगवान् मेरा !


जय हो ..........जय हो .......जय ,जय ,जय , जय , जय , जय , हो !


बस माँ मेरी तेरी जय हो .......तेरी जय हो .........तेरी जय हो !




तेरी सेवा ................अनहद नाद रहे


बस तू ही तूही .........याद रहे !


आनंद रहे ..........उन्माद रहे !


हम मिट जायें .........की रहे न रहें ।


बस तेरे सर पे .............ताज रहे ।


तेरे दामन में .........आबाद हैं हम ,


तो फ़िर कैसी......... फरियाद रहे ?


दुनियाँ देखे ............देखे दुनियाँ ...............ऐसी जय हो ...ऐसी जय हो


जय हो.....जय हो ! ................जय ही जय हो !



आई मेरी ..............माई मेरी !


जननी मेरी .........माता मेरी !


भारतमाता ..........माय मदर इंडिया


माय मदर इंडिया ...........भारतमाता !



जय हो .......तेरी.तेरी जय हो .........तेरी जय हो .....................जय हो !



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इस गीत का sangeet संयोजन भी मैंने किया है और mumbai में इसी की recording में vyast हूँ । आशा है कुछ दिनों में chitra sangeet mudran के बाद हम सब को देखने sunane का भी आनंद भी प्राप्त होगा .आशा है सब को आनंद मिलेगा .यह कृति rahman को समर्पित की jayegee । चल chitra जगत के सहयोग तथा saujanya को भी dhanyavaad !

4 comments:

RAJ SINH said...

priya shastree jee,

kai bar koshish kar chuka . sheersak ke alawa sab gayab najar aa raha hai . sujhav den ya aap hee prayas karen prakashan ka .

chama karen ,arse baad yaad kiya maa ko.

thoda path vichlit aur uddeshya vichlit ho gaya tha .

P.N. Subramanian said...

माँ की महत्ता है. क्षमा याचना करें. माँ है. सब ठीक हो जायेगा.

नीरज गोस्वामी said...

राज साहेब ...विलक्षण रचना है ये आपकी...रहमान जी को एक सही भावांजलि है आपकी और हम सब की और से...हम सब आभारी हैं उनके जिन्होंने देश का नाम पूरे विश्व में रोशन कर दिया...
इसे संगीत बद्ध किये हुए सुनने के लिए बेताब हैं हम
नीरज

हरकीरत ' हीर' said...

Raj ji. vilchan rachna mujhe bhi choti badi lino k siva kuch nazar nahi aaya ...chsma lga kr bhi dekha... ab aap hi sngka ka samidhan karen...!!